अपनी पहचान खुद में ही छिपी होती है कहीं !

समाज में रहकर इंसान अपने काम, व्यवहार, इंसानियत की बदौलत खुद को अलग दिखा सकता है ।आज अपनी पहचान पर शायरी के इस ब्लॉग में जानेंगे किस तरह से हम कोई भी कार्य मेहनत, लगन, ईमानदारी से करके अलग आइडेंटिटी बना सकते हैं । अपनी पहचान पर दो लाइन शायरी के इस ब्लॉग के माध्यम से...